सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की CEO काव्या मारन, जो IPL की सबसे प्रमुख और चर्चित शख्सियतों में शामिल हैं, अब एक गंभीर संकट का सामना कर रही हैं। उनके पिता और सन नेटवर्क के मालिक कलानिधि मारन पर मनी लॉन्ड्रिंग और फंड के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगे हैं। यह आरोप उनके ही चाचा, पूर्व सांसद दयानिधि मारन ने लगाए हैं। इस विवाद ने अब कोर्ट का रूप ले लिया है, और यदि कोर्ट पुराने शेयर पैटर्न को बहाल करने का आदेश देती है, तो SRH के मालिकाना हक को भी खतरा हो सकता है।
इस विवाद की शुरुआत सन टीवी नेटवर्क में हिस्सेदारी को लेकर हुई है। कहा जा रहा है कि 2003 के बाद कंपनी के फंड का गलत तरीके से उपयोग किया गया, जिसके चलते Sun Direct TV, Sun Pictures, FM चैनल और SRH जैसी कंपनियों का गठन हुआ।
अब सवाल यह है कि आगे क्या हो सकता है?
यदि कोर्ट यह मानता है कि इन कंपनियों का गठन अवैध था, तो सन नेटवर्क में मालिकाना बदलाव हो सकता है। चूंकि सनराइजर्स हैदराबाद IPL टीम इसी समूह के तहत रजिस्टर्ड है, इसका सीधा असर SRH पर पड़ेगा। यदि कोर्ट कड़ा फैसला देती है, तो BCCI को भी हस्तक्षेप करना पड़ सकता है। IPL के नियमों के अनुसार, अगर किसी टीम के मालिक पर गंभीर आरोप साबित होते हैं, तो उस फ्रेंचाइज़ी को बेचा भी जा सकता है। ऐसे में, यह संभावना है कि काव्या मारन IPL 2026 में SRH की मालिक न रहें।
IPL 2025 में SRH का प्रदर्शन
IPL 2025 का सीजन सनराइजर्स हैदराबाद के लिए कुछ खास नहीं रहा। टीम ने 14 मैचों में से केवल 6 मैच ही जीते, 7 हारे और 1 मैच बेनतीजा रहा। अंकतालिका में टीम छठे स्थान पर रही, जो उनकी उम्मीदों के मुताबिक काफी कम था। काव्या मारन से फैंस को बड़ी उम्मीदें थीं, खासकर क्योंकि उन्होंने कुछ बड़े और प्रभावशाली खिलाड़ियों को रिटेन किया था – जैसे हेनरिक क्लासेन (23 करोड़), पैट कमिंस (18 करोड़), ट्रेविस हेड (14 करोड़), अभिषेक शर्मा (14 करोड़) और नीतीश कुमार रेड्डी (6 करोड़)। हालांकि, टीम के प्रमुख खिलाड़ियों का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा, और 2024 के मुकाबले 2025 में SRH का प्रदर्शन गिरते हुए नजर आया।